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सुल्तान सिंह जांगिड |
श्री सुल्तान सिंह जांगिड का जन्म श्री कन्हैयालाल शर्मा ग्राम निखरी जिला रेवाडी (हरियाणा) मे हुआ आपके पिता श्री फर्नीचर का कार्य किया करते थे।
आपने अपनी शिक्षा मिडिल तक ग्रहण की तथा लगभग 12 वर्ष तक फैक्ट्री में सर्विस की। तत्पश्चात् आपने दिल्ली में अपना व्यवसाय 'सुल्तान मशीन टूल्स' प्रतिष्ठान से शुरू किया। आप अपने प्रतिष्ठान में पावर प्रेस बनाते है तथा आपने अपनी मेहनत व लगन से इस व्यवसाय को बुलंदी तक पहुंचाया।
नांगलराया दिल्ली में एक विश्वकर्मा जी के मन्दिर की आप द्वारा स्थापना की गई। बहरोड़ छात्रावास में आपने एक कमरे का निर्माण करवाया। फरीदाबाद में आपने स्कूल के एक कमरे का निर्माण करवाया। गुड़गांव स्कूल में आपने एक पानी की टंकी तथा एक ट्यूबवेल का निर्माण करवाया। आपने भगवान विश्वकर्मा की मूतिर्यों को कई मन्दिरों में स्थापना के लिए दिया।
आपका योगदान कई सामुहिक सम्मेलनों में रहा जिसमें दौसा, जयपुर, अजमेर, त्रिवेणीधाम (शाहपुरा), दूदू है। आपके तन , मन व धन से समाज को बहुत योगदान दिया है।
आप अखिल भारतीय जांगिड ब्राह्मण महासभा दिल्ली के गुड़गांव अधिवेशन के अध्यक्ष रहे तथा आप अखिल भारतीय जांगिड महासभा दिल्ली के वर्ष 1993 से 1995 तक प्रधान रहे है। आपने भांति भांति प्रकार से समाज की सेवा की है। आशा है आप इसी तरह आगे भी अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाते हुए समाज को भी सेवाएं देते रहेंगें।
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