अमोलक चन्द जांगिड
आपका जन्म दिनांक 10 नवम्बर, 1933 ई. को हुआ। आपने 1951 ई. में बागला हाईस्कूल, चूरू से मेट्रिक परीक्षा उत्तीर्ण की। उसके बाद 1952 में ठिकाना बिसाऊ की स्कूल में अध्यापक हो गए।
सन् 1954 में ठिकाना बिसाऊ के अधिग्रहण होने पर आप राज्य सेवा में आ गए। आपने शिक्षण कार्य करते हुए एम.ए., बी.एड. तक की योग्यता प्राप्त की।
आपका विवाह मिति माह बदी 5 संवत् 2008 को फतेहपुर के बरवाड़िया परिवार में घनरामजी की पुत्री गिन्नी देवी के साथ हुआ।
आप हिन्दी व राजस्थानी के साहित्यकार हैं। आपके शोध पूर्ण लेख, कहानियां, संस्मरण, रेखाचित्र, निबन्ध, कविताएं आदि राजस्थान की विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहते हैं। आप प्रसिद्ध शोध पत्रिका 'वरदा' के प्रबन्ध सम्पादक हैं। आपके प्रधान सम्पादकत्व में बिसाऊ उच्च माध्यमिक विद्यालय की स्कूल-पत्रिका 'सौरभ' का प्रकाशन हुआ, जिसने राजस्थान में द्वितीय स्थान प्राप्त कर पुरुस्कार प्राप्त किया। आपको राजस्थानी साहित्य संस्कृति अकादमी, बीकानेर की ओर से संचालित साहित्यिक समारोह पिलानी व चिड़ावा में सम्मानित किया गया। आपको बिसाऊ की। श्री तरूण साहित्य परिषद, श्री रघुवीर कला मन्दिर व धाम् परिवार की ओर से साहित्यिक, सांस्कृतिक व सामाजिक सेवाओं के लिए अभिनन्दित व सम्मानित किया गया।
आप निम्नलिखित संस्थाओं के पदाधिकारी व सदस्य रहे :
- केन्द्रीय साहित्य अकादमी, दिल्ली (राजस्थानी परामर्श मण्डल) -सदस्य
- राजस्थान साहित्य समिति, बिसाऊ -सदस्य
- श्री तरूण साहित्य परिषद, बिसाऊ साहित्य -मंत्री
- श्री रघुवीर कला मन्दिर, बिसाऊ -मंत्री
- साहित्य संस्थान, झुंझुनूं -सदस्य
- श्री जांगिड़ समाज विकास समिति, बिसाऊ -मंत्री
आपके प्रमुख प्रकाशन निम्नलिखित हैं..
1. बिसाऊ दर्शन (1980)
2. हिन्दी शेखावटी की आंचलिक कहानियाँ (1982)
3. राजस्थानी बिसाऊ दिग्दर्शन (1988) इतिहास
4. गलचट (1992) निबन्ध संग्रह राजस्थानी
5. राजस्थान कहानी संग्रह (प्रकाश्य)
आप 30 नवम्बर 1991 ई. को राजकीय सैकण्डरी स्कूल के प्रधानाध्यापक पद पर कार्यरत रहते हुए सेवानिवृत्त हुए।